बुधवार, 30 जुलाई 2025

शीबा इनु बर्न रेट में भारी उछाल: SHIB की कीमत पर प्रभाव को समझना - Crypto Hindi Update

Shiba Inu Burn Rate Skyrockets: Understanding the Impact on SHIB Price

क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश में तेज़ी देखी जा रही है और कई लोग बड़े मुनाफे की तलाश में हैं। इस क्षेत्र में शीबा इनु (SHIB) एक लोकप्रिय नाम है, जो आजकल हर किसी की जुबान पर है। ऐसा क्यों? क्योंकि इसकी बर्न रेट आसमान छू रही है। SHIB समुदाय इस बात को लेकर बेहद उत्साहित है। यह लेख बताएगा कि बर्न रेट क्या होती है, SHIB को इतना ध्यान क्यों मिल रहा है, और बर्निंग SHIB की कीमत को कैसे प्रभावित करती है।


क्रिप्टोक्यूरेंसी बर्निंग क्या है?

टोकन बर्निंग की अवधारणा को समझना

क्रिप्टोक्यूरेंसी बर्निंग सरल है। इसका मतलब है टोकन को हमेशा के लिए सर्कुलेशन से हटा देना। इसे ऐसे समझें जैसे उन्हें हमेशा के लिए गायब कर देना। टोकन एक विशेष पते पर भेजे जाते हैं, जिसे बर्न एड्रेस कहा जाता है। इस पते की चाबियाँ किसी के पास नहीं होतीं। इसलिए, टोकन को कभी भी वापस नहीं पाया जा सकता। यह उन्हें आग में फेंकने जैसा है; वे हमेशा के लिए चले जाते हैं। Dogecoin जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी भी टोकन बर्न करती हैं। मुख्य लक्ष्य टोकन की कुल संख्या को कम करना है। यह समय के साथ टोकन के मूल्य को बढ़ाने में मदद कर सकता है।


बर्निंग के तरीके

बर्निंग कुछ तरीकों से हो सकती है। SHIB के लिए, प्रत्येक लेनदेन का एक हिस्सा स्वचालित रूप से डेड वॉलेट में चला जाता है। यह धीरे-धीरे टोकन की आपूर्ति को कम करता है। सामुदायिक प्रयास भी एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। ये पहल टोकन को नष्ट करने में मदद करती हैं, जिससे सर्कुलेशन में मात्रा और कम हो जाती है।


शीबा इनु की बढ़ती बर्न रेट: डेटा

हालिया बर्न रेट के आंकड़े

SHIB की बर्न रेट के आंकड़े प्रभावशाली हैं। पिछले 24 घंटों में, बर्न रेट में 2753% का भारी उछाल आया। सर्कुलेशन से 6.4 मिलियन से अधिक SHIB टोकन हटा दिए गए। पिछले सात दिनों में, 130 मिलियन से अधिक SHIB टोकन जलाए गए। यह बर्न किए गए टोकन में 360% की वृद्धि है।


बर्निंग बढ़ने के पीछे के कारण

बर्निंग में इस उछाल का क्या कारण है? यह काफी हद तक SHIB समुदाय की बदौलत है। उनका उत्साह एक प्रमुख कारक है। साथ ही, SHIB इकोसिस्टम के लिए नए उपयोग भी मदद कर रहे हैं। जैसे-जैसे अधिक लेनदेन होते हैं, अधिक टोकन स्वचालित रूप से बर्न होते हैं। यह चक्र आपूर्ति को कम करने में मदद करता है।


SHIB की कीमत पर बर्निंग का आर्थिक प्रभाव

आपूर्ति और मांग की गतिशीलता

टोकन बर्निंग आपूर्ति और मांग के माध्यम से कीमत को प्रभावित करती है। जब कम टोकन मौजूद होते हैं, तो वे दुर्लभ हो जाते हैं। यदि लोग अभी भी SHIB खरीदना चाहते हैं, या अधिक खरीदना चाहते हैं, तो दुर्लभता कीमतों को ऊपर धकेल सकती है। यह एक बुनियादी आर्थिक सिद्धांत है। कम आपूर्ति और स्थिर या बढ़ती मांग का मतलब अक्सर उच्च कीमतें होता है।


SHIB की वर्तमान कीमत और तकनीकी संकेतक

SHIB की कीमत वर्तमान में लगभग $0.001367 है। पिछले 24 घंटों में इसमें 0.13% की छोटी सी रिकवरी देखी गई। सप्ताह की शुरुआत में, SHIB को एक झटका लगा था। 21 जुलाई को, यह $0.01598 पर पहुंच गया था, जिसके बाद यह गिरकर $0.001299 हो गया। हालांकि, SHIB इचिमोकू क्लाउड से ऊपर ट्रेड कर रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 50 पर है। यह बताता है कि कीमत स्थिर हो सकती है।


टोकन बर्निंग के जोखिम और पुरस्कार

बर्निंग के संभावित लाभ

टोकन बर्निंग संभावित लाभ प्रदान करती है। लंबी अवधि में कम आपूर्ति से उच्च कीमतें हो सकती हैं। यह रणनीति SHIB इकोसिस्टम को भी मजबूत कर सकती है। जैसे-जैसे आपूर्ति घटती है, शेष टोकन का मूल्य बढ़ सकता है।


संभावित नुकसान और जोखिम

हालांकि, बर्निंग जोखिमों के बिना नहीं है। बर्न एड्रेस पर भेजे गए टोकन हमेशा के लिए चले जाते हैं। आप उस मूल्य को खो देते हैं। बर्निंग की सफलता बाजार की स्थितियों पर बहुत निर्भर करती है। यदि SHIB की मांग नहीं बढ़ती है, या यदि बाजार गिरता है, तो बर्निंग ज्यादा मदद नहीं कर सकती है। क्रिप्टो बाजार भी बहुत अप्रत्याशित है।


निष्कर्ष और मुख्य बातें

SHIB की रणनीति में बर्निंग की भूमिका

टोकन बर्निंग शीबा इनु की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। समुदाय और डेवलपर SHIB के मूल्य को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग करते हैं। उनका लक्ष्य पूरे इकोसिस्टम को मजबूत करना भी है। जैसे-जैसे आपूर्ति घटती है, कीमत के चढ़ने की बेहतर संभावना होती है।


निवेशकों के लिए आवश्यक सलाह

निवेश करने से पहले हमेशा अपना शोध स्वयं करें। क्रिप्टोकरेंसी में जोखिम होता है। वित्तीय सलाहकार से बात करना बुद्धिमानी है। वे आपको व्यक्तिगत सलाह दे सकते हैं। यदि आपको यह लेख उपयोगी लगा, तो कृपया इसे लाइक और शेयर करें। टिप्पणियों में अपने विचार हमें बताएं।

क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ: डी बीयर्स की रणनीति या कर्ज़ का जाल?

क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियों की बढ़ती दुनिया काफी उत्साह पैदा कर रही है। लेकिन नए विचारों की सतह के नीचे, लक्ष्यों और संभावित खतरों का एक जटिल मिश्रण है। ये कंपनियाँ, जो अक्सर बड़ी मात्रा में डिजिटल संपत्ति रखती हैं, इस बात पर चर्चा का कारण बन रही हैं कि वे वास्तव में क्या करना चाहती हैं और क्या उनकी धन योजनाएँ टिकी रह सकती हैं। क्या वे एक संपत्ति की आपूर्ति को नियंत्रित करने और कीमतें निर्धारित करने के लिए पुराने एकाधिकार की तरह काम करने की कोशिश कर रहे हैं? या वे गुप्त कमजोरियाँ पैदा कर रहे हैं?






यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये कंपनियाँ कैसे काम करती हैं। इसमें वे पैसा कैसे जुटाते हैं और कैसे निवेश करते हैं, यह भी शामिल है। क्रिप्टो बाजार अभी गर्म है, जो बहुत अच्छी बात है, लेकिन यह वास्तविक जोखिमों को छिपा सकता है। स्मार्ट विकल्प चुनने के लिए इन ट्रेजरी ऑपरेशंस पर करीब से नज़र डालना महत्वपूर्ण है।


यह लेख बताएगा कि क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ क्या करती हैं। हम उनकी योजनाओं, उनमें कौन निवेश करता है, और बड़ी ऋण समस्याओं को देखेंगे जो बाद में एक समस्या बन सकती हैं, खासकर यदि बाजार गिरता है।


क्रिप्टो में "डी बीयर्स" मॉडल: आपूर्ति और मूल्य को नियंत्रित करना

कई लोग सोचते हैं कि क्या क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ डी बीयर्स की हीरे की रणनीति की नकल कर रही हैं। विचार डिजिटल संपत्तियों की आपूर्ति को नियंत्रित करना है। यह उन्हें बाजार मूल्य को प्रभावित करने में मदद कर सकता है।


संपत्ति अधिग्रहण और जमाखोरी की रणनीतियाँ

ये कंपनियाँ कुछ क्रिप्टोकरेंसी की बड़ी मात्रा में खरीद और जमा करती हैं। यह वैसा ही है जैसे डी बीयर्स ने हीरे की आपूर्ति को नियंत्रित किया था। यह बड़ा स्वामित्व इन संपत्तियों को कितनी आसानी से लोग खरीद और बेच सकते हैं, इसे प्रभावित कर सकता है। यह शक्ति को भी कुछ हाथों में केंद्रित करता है।


मूल्य नियंत्रण तंत्र

क्या इतनी सारी संपत्ति खरीदने का मुख्य लक्ष्य कीमतों को नियंत्रित करना है? बाजार में हेरफेर की संभावना है। यह उन आम निवेशकों को वास्तव में नुकसान पहुँचा सकता है जो केवल भाग लेने की कोशिश कर रहे हैं।


निवेशक प्रोफाइल: क्रिप्टो संपत्ति का मुद्रीकरण

आइए देखें कि आमतौर पर इन ट्रेजरी कंपनियों में कौन निवेश करता है। उनमें से अधिकांश ऐसे लोग हैं जिन्होंने पहले ही क्रिप्टो में पैसा कमाया है। वे अपनी मौजूदा क्रिप्टो होल्डिंग्स को उनके लिए अधिक काम करना चाहते हैं।


शुरुआती अपनाने वाले और टोकन मुद्रीकरण

जो लोग क्रिप्टो में जल्दी आए और जिनके पास लॉक-अप टोकन हैं, वे उन्हें इन कंपनियों में डाल सकते हैं। उनका लक्ष्य बहुत अधिक मूल्य प्राप्त करना है। यह प्रीमियम उन्हें अपने शुरुआती निवेश से लाभ कमाने की अनुमति देता है।


पूंजी जुटाना और प्रीमियम कैप्चर

ये कंपनियाँ निवेशकों को अपनी क्रिप्टो का योगदान करने के लिए कहकर पैसा जुटाती हैं। संपत्ति फिर कंपनी के भीतर एक प्रीमियम पर व्यापार करती है। यह सेटअप निवेशकों को अपने पैसे का दो से तीन गुना वापस पाने देता है।


कर्ज का साया: एक महत्वपूर्ण निवेशक जोखिम

यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कई क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ बहुत अधिक कर्ज ले रही हैं। यह निवेशकों के लिए एक बड़ा जोखिम है। यह विशेष रूप से एक ऐसे बाजार में सच है जो जल्दी से बदल सकता है।


ऋण जारी करना और इसके निहितार्थ

ये कंपनियाँ अक्सर पैसा उधार लेती हैं या ऋण के माध्यम से पूंजी जुटाती हैं। क्रिप्टो दुनिया में इस ऋण की शर्तें मुश्किल हो सकती हैं। निवेश करने से पहले इन विवरणों को समझना महत्वपूर्ण है।


गिरते बाजार के माहौल में जोखिम

क्या होगा अगर क्रिप्टो बाजार गिर जाता है? इन कंपनियों पर बकाया कर्ज उनके पास मौजूद संपत्ति से बड़ा हो सकता है। इससे कंपनी के लिए बड़ी समस्याएँ हो सकती हैं।


अद्वितीय प्रोत्साहन और बाजार की गतिशीलता

कुछ खास कारण हैं कि क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ और उनके निवेशक उस तरह से कार्य करते हैं जैसे वे करते हैं। ये नियमित वित्तीय समूहों से अलग हैं।


हितों का संरेखण और संभावित संघर्ष

कंपनी के नेताओं, शुरुआती निवेशकों और उधारदाताओं के लक्ष्य हमेशा मेल नहीं खा सकते हैं। कभी-कभी, ये अलग-अलग हित समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। यह एक जटिल स्थिति है।


क्रिप्टो में "बीट अ हॉर्स टू डेथ" घटना

क्रिप्टो बाजार लोकप्रिय रुझानों का बहुत बारीकी से पालन करते हैं। इसका मतलब यह हो सकता है कि बहुत अधिक समान ट्रेजरी कंपनियाँ जल्द ही सामने आ जाएँगी। इससे बाजार में समग्र जोखिम बढ़ सकता है।


परिदृश्य को नेविगेट करना: निवेशकों के लिए कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि

यदि आप क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियों में पैसा लगाने के बारे में सोच रहे हैं, तो यहाँ कुछ सलाह दी गई है।


ट्रेजरी ऑपरेशंस पर उचित परिश्रम

निवेश करने से पहले, कंपनी पर अच्छी तरह से शोध करें। देखें कि उनके पास कौन सी संपत्ति है। उनकी ऋण संरचना देखें। समझें कि उन्हें कैसे चलाया जाता है।


अस्थिर बाजारों में जोखिम सहनशीलता को समझना

सोचें कि आप कितना जोखिम उठा सकते हैं। क्रिप्टो बहुत ऊपर-नीचे होता है। सुनिश्चित करें कि आपका आराम स्तर इसमें शामिल जोखिमों से मेल खाता है, खासकर उधार लिए गए पैसे के साथ।


निष्कर्ष: एक परिकलित जोखिम या आसन्न संकट?

क्रिप्टो ट्रेजरी कंपनियाँ डिजिटल अर्थव्यवस्था में संपत्ति का प्रबंधन करने का एक साहसिक तरीका प्रदान करती हैं। जबकि कीमतों को प्रभावित करने के लिए संपत्ति की आपूर्ति को नियंत्रित करना स्मार्ट लग सकता है, और शुरुआती निवेशक लाभ उठा सकते हैं, ये कंपनियाँ जो कर्ज लेती हैं, वे बड़ी कमजोरियाँ पैदा करती हैं। असली परीक्षा तब आएगी जब बाजार की स्थितियाँ बदलेंगी। निवेशकों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। अपना होमवर्क करें। बड़े जोखिमों को समझें, खासकर कर्ज को। यह एक अच्छे विचार को चेतावनी में बदल सकता है।

गुरुवार, 17 जुलाई 2025

भूटान डिजिटल मुद्रा और वित्तीय नवाचार के साथ आगे बढ़ रहा है

भूटान डिजिटल मुद्रा और वित्तीय नवाचार के साथ आगे बढ़ रहा है


सकल राष्ट्रीय खुशहाली के दर्शन के लिए जाना जाने वाला हिमालयी साम्राज्य भूटान, अपने वित्तीय क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। यह राष्ट्र अपनी आबादी के लिए आर्थिक विकास और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल मुद्रा और ब्लॉकचेन समाधान सहित वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) की सक्रिय रूप से खोज और उसे अपना रहा है।


रॉयल मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ़ भूटान (RMA), जो भूटान का केंद्रीय बैंक है, इन पहलों में सबसे आगे रहा है। एक प्रमुख परियोजना रिपल की ब्लॉकचेन तकनीक के साथ साझेदारी में केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC), या डिजिटल न्गुल्ट्रम के लिए एक पायलट योजना है। इस पहल का उद्देश्य भूटान के वित्तीय परिदृश्य को आधुनिक बनाना, सीमा-पार भुगतान को बढ़ाना और प्रेषण को सुव्यवस्थित करना है, जो भूटान की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसका ध्यान खुदरा, सीमा-पार और थोक भुगतान उपयोगों पर है, जिसका महत्वाकांक्षी लक्ष्य 85% वित्तीय समावेशन प्राप्त करना है।


CBDC से परे, भूटान ने क्रिप्टोकरेंसी के प्रति भी व्यापक रूप से एक साहसिक दृष्टिकोण प्रदर्शित किया है। देश ने कथित तौर पर बिटकॉइन खनन के लिए अपनी अधिशेष पनबिजली का लाभ उठाया है, जिससे पर्याप्त भंडार जमा हुए हैं। इसके अलावा, मई 2025 में एक ऐतिहासिक कदम में, भूटान ने बिनेंस पे और डीके बैंक के साथ साझेदारी के माध्यम से अपनी राष्ट्रीय पर्यटन नीति में क्रिप्टो भुगतानों को आधिकारिक तौर पर एकीकृत किया। यह पर्यटकों को 100 से अधिक आभासी मुद्राओं, जिनमें बिटकॉइन और ऑल्टकॉइन शामिल हैं, का उपयोग करके विभिन्न सेवाओं के लिए भुगतान करने की अनुमति देता है, जिससे भूटान क्रिप्टो पर्यटन में एक अग्रणी के रूप में स्थापित हो गया है। यह पहल न केवल आगंतुकों के लिए सुविधा बढ़ाती है, बल्कि ग्रामीण विक्रेताओं को डिजिटल भुगतान स्वीकार करने और स्थानीय मुद्रा में वास्तविक समय में भुगतान प्राप्त करने में सक्षम करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने का भी लक्ष्य रखती है, जिससे व्यापारियों के लिए डिजिटल मुद्रा अस्थिरता के जोखिम कम होते हैं।


नकदी रहित अर्थव्यवस्था की दिशा में अभियान और फिनटेक समाधानों को अपनाना भूटान की व्यापक डिजिटल परिवर्तन रणनीति का एक अभिन्न अंग है। इसमें मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे का विकास, डिजिटल सरकारी सेवाओं को बढ़ाना और एक जीवंत निजी क्षेत्र पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना शामिल है। दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी अंतराल और नवोदित क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए नियामक विचारों जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, ब्लॉकचेन और डिजिटल मुद्राओं के माध्यम से वित्तीय नवाचार पर भूटान का सक्रिय रुख डिजिटल युग में स्थायी और समावेशी विकास चाहने वाली छोटी अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक मिसाल कायम कर रहा है।

रविवार, 6 जुलाई 2025

ऑन-चेन मेट्रिक्स: बिटकॉइन ईटीएफ में बढ़ोत्तरी, खुदरा निवेशक निष्क्रिय?

ऑन-चेन मेट्रिक्स: बिटकॉइन ईटीएफ में बढ़ोत्तरी, खुदरा निवेशक निष्क्रिय?

हालिया ऑन-चेन मेट्रिक्स से पता चलता है कि जहाँ खुदरा निवेशक (retail investors) निष्क्रिय दिख रहे हैं, वहीं बिटकॉइन ईटीएफ (Bitcoin ETFs) के प्रबंधन के तहत संपत्ति (AUM - Assets Under Management) बढ़ रही है।


खुदरा निवेशक, चाहे सीधे तौर पर या सलाहकारों और हेज फंडों के माध्यम से, अधिकांश स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ शेयरों के धारक हैं। हालाँकि, सीधे खुदरा मांग, खासकर अमेरिका में, कमज़ोर लग रही है, फिर भी यह मौजूद हो सकती है, विशेष रूप से पारंपरिक वित्त चैनलों जैसे ईटीएफ और पेंशन फंड के माध्यम से।


जनवरी 2024 में स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ की शुरुआत के बाद से, कई ग्राहक जो पहले तकनीकी चिंताओं के कारण सीधे बिटकॉइन खरीदने से बचते थे, अब भाग ले रहे हैं।  निवेश सलाहकार और हेज फंड सहित संस्थान (institutions), महत्वपूर्ण ईटीएफ धारक हैं, जो खुदरा और कॉर्पोरेट दोनों ग्राहकों के लिए बिटकॉइन एक्सपोजर का प्रबंधन करते हैं। ईटीएफ शेयरधारक सामूहिक रूप से बिटकॉइन में लगभग $135 बिलियन के मालिक हैं।


इस वृद्धि के बावजूद, बिटकॉइन की कीमत दबाव में बनी हुई है, वर्तमान प्रवाह बहिर्वाह की भरपाई नहीं कर रहा है. जबकि धनी अमेरिकी निवेशक ईटीएफ को प्राथमिकता दे सकते हैं, नाइजीरिया और अर्जेंटीना जैसे क्षेत्रों में खुदरा खरीदार सीधे बिटकॉइन खरीदना जारी रखे हुए हैं, जिससे पता चलता है कि खुदरा मांग पूरी तरह से निष्क्रिय नहीं हो सकती है।

एक्सआरपी (XRP) में गिरावट: आगे क्या?

 


एक्सआरपी (XRP) में गिरावट: आगे क्या?

28 जून को ओवरबॉट स्टोकैस्टिक आरएसआई (Stochastic RSI) संकेतों के बाद 2025 में एक्सआरपी (XRP) में औसतन 25% की गिरावट देखी गई है. विश्लेषकों का अनुमान है कि यह $1.14 तक गिर सकता है, जबकि कुछ लोग $0.60 तक की और भी बड़ी गिरावट की भविष्यवाणी कर रहे हैं.

स्टोकैस्टिक आरएसआई क्या दर्शाता है?

स्टोकैस्टिक आरएसआई, जो गति को मापता है, ने 28 जून को 80 से ऊपर ओवरबॉट स्थितियों का संकेत दिया था, जिससे यह पता चलता है कि जल्द ही इसमें सुधार हो सकता है. ऐतिहासिक डेटा से पता चलता है कि जब ये स्तर सामान्य हो जाते हैं तो एक्सआरपी में आमतौर पर तेजी से उलटफेर होता है, जिसमें 12% से 45% तक की गिरावट देखी जाती है.

मौजूदा रुझान और भविष्यवाणियां

मौजूदा चार्ट संरचना एक मंदी का रुझान (bearish trend) दिखाती है जब तक कि कोई बड़ा उछाल न हो. एक डिसेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न (descending triangle pattern) इस नकारात्मक दृष्टिकोण को और मजबूत कर सकता है, जिसमें $1.14 तक की गिरावट का अनुमान है, जो 50% की कमी को दर्शाता है. विश्लेषक ज़ैनरॉक्स (Xanrox) एक गहरे सुधार की चेतावनी देते हैं, जो एक मल्टी-ईयर असेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न (ascending triangle pattern) के कारण $0.60 को लक्षित कर रहा है.

आशावादी दृष्टिकोण

इसके विपरीत, कुछ विश्लेषक आशावादी बने हुए हैं, विभिन्न तकनीकी सेटअपों के आधार पर $3.70 से $27 तक के लक्ष्यों के साथ.

निवेशकों के लिए सलाह

निवेशकों को कोई भी ट्रेडिंग निर्णय लेने से पहले गहन शोध करने की सलाह दी जाती है.

शनिवार, 5 जुलाई 2025

शुरुआती के लिए बिटकॉइन कैसे खरीदें बताइए

भारत में शुरुआती लोगों के लिए बिटकॉइन खरीदना अब काफी आसान हो गया है। यहां कुछ सरल कदम दिए गए हैं जिनका आप पालन कर सकते हैं -


1. सही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चुनें:


भारत में कई लोकप्रिय और भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज उपलब्ध हैं। कुछ प्रमुख प्लेटफॉर्म्स में शामिल हैं:


WazirX: यह भारत में काफी लोकप्रिय है और INR में लेनदेन का समर्थन करता है। इसमें P2P (पीयर-टू-पीयर) ट्रेडिंग का भी विकल्प है।


CoinDCX: यह भी एक प्रमुख एक्सचेंज है जो 200 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी का समर्थन करता है और INR जमा और निकासी की सुविधा प्रदान करता है।


CoinSwitch Kuber: यह अपने आसान इंटरफेस के लिए जाना जाता है और शुरुआती लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।


Mudrex: यह FIU (फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ऑफ इंडिया) के तहत रजिस्टर्ड है और सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है।


Zebpay: यह भारत के सबसे पुराने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक है।


एक्सचेंज चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें:


FIU रजिस्ट्रेशन:  सुनिश्चित करें कि आप जिस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं वह भारत की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के पास रजिस्टर्ड है। यह आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है।


KYC प्रक्रिया:  सभी वैध एक्सचेंजों पर KYC (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया पूरी करनी होती है, जिसमें आपको अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड जमा करना होता है।


फीस:   खरीदने, बेचने और निकालने पर लगने वाली फीस की तुलना करें।


सुरक्षा सुविधाएँ:  देखें कि एक्सचेंज 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और अन्य सुरक्षा उपाय प्रदान करता है या नहीं।


उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस:  शुरुआती लोगों के लिए एक सरल और सहज इंटरफ़ेस वाला एक्सचेंज चुनना बेहतर होता है।



2. अकाउंट बनाएं और KYC पूरा करें:


अपने चुने हुए एक्सचेंज की वेबसाइट या ऐप पर जाकर साइन अप करें।


अपना ईमेल आईडी और एक मजबूत पासवर्ड दर्ज करें।


अपने मोबाइल नंबर और ईमेल को OTP के माध्यम से वेरिफाई करें।


KYC प्रक्रिया पूरी करें। इसमें आपको अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी। यह भारतीय नियमों के अनुसार अनिवार्य है।


3. अपने वॉलेट में फंड जमा करें:


एक बार आपका अकाउंट वेरिफाई हो जाने के बाद, आपको अपने एक्सचेंज वॉलेट में भारतीय रुपये (INR) जमा करने होंगे।


आप UPI, IMPS, NEFT या RTGS जैसे विभिन्न तरीकों का उपयोग करके फंड जमा कर सकते हैं।


कुछ एक्सचेंज न्यूनतम निवेश राशि ₹100 तक रखते हैं, जो शुरुआती लोगों के लिए अच्छा है।


4. बिटकॉइन खरीदें:


अपने एक्सचेंज के 'ट्रेड' या 'बाय' सेक्शन में जाएं।


बिटकॉइन (BTC) चुनें।


आप जितने रुपये का बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं, वह राशि दर्ज करें।


लेनदेन की पुष्टि करें।


आपकी खरीदी गई बिटकॉइन तुरंत आपके एक्सचेंज वॉलेट में जमा हो जाएगी।


5. अपनी बिटकॉइन को स्टोर करें (वैकल्पिक लेकिन अनुशंसित):


आप अपनी बिटकॉइन को एक्सचेंज वॉलेट में रख सकते हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे अपने निजी क्रिप्टो वॉलेट (हॉट वॉलेट या कोल्ड वॉलेट) में रखना अधिक सुरक्षित माना जाता है। शुरुआती लोगों के लिए, एक्सचेंज वॉलेट आमतौर पर पर्याप्त होते हैं, लेकिन यदि आप बड़ी मात्रा में निवेश करते हैं, तो एक समर्पित वॉलेट पर विचार करें।


कुछ महत्वपूर्ण बातें जो शुरुआती लोगों को ध्यान रखनी चाहिए:


बाजार की अस्थिरता: बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बहुत अस्थिर होती हैं। निवेश करने से पहले बाजार के रुझानों पर शोध करें।


केवल उतना ही निवेश करें जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं:  क्रिप्टोकरेंसी में निवेश उच्च जोखिम वाला होता है।


कर नियम:  भारत में, क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले लाभ पर 30% का कर लगता है, और ₹10,000 से अधिक के लेनदेन पर 1% TDS भी काटा जाता है। निवेश करने से पहले इन कर नियमों को समझ लें।


सुरक्षा:  हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, 2FA सक्षम करें, और किसी भी संदिग्ध लिंक या ईमेल से सावधान रहें।


इन चरणों का पालन करके, एक शुरुआती व्यक्ति आसानी से भारत में बिटकॉइन खरीद सकता है।

शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आज (जुलाई 04, 2025) की कुछ प्रमुख खबरें और अपडेट्स इस प्रकार हैं - Crypto Hindi Update

Cryptocurrency News in Hindi in India Today

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आज (जुलाई 04, 2025) की कुछ प्रमुख खबरें और अपडेट्स इस प्रकार हैं -

Cryptocurrency News in Hindi in India Today


नियामक स्थिति और सरकार का रुख:


सुप्रीम कोर्ट का रुख: हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया है कि वह इस पर स्पष्ट नीति क्यों नहीं बना पा रही है। कोर्ट ने बिटकॉइन ट्रेडिंग को हवाला कारोबार की तरह एक अवैध गतिविधि बताया है और इसे अनदेखा न करने की बात कही है। कोर्ट का मानना है कि अगर सरकार इसे विनियमित करे तो धोखाधड़ी पर लगाम लगाई जा सकती है।


कर और टीडीएस: भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर 30% फ्लैट टैक्स लगता है और हर ट्रेड पर 1% टीडीएस भी वसूला जाता है। सरकार द्वारा टीडीएस दर में कटौती पर विचार करने की रिपोर्ट भी सामने आई है।


आरबीआई की चेतावनी: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लगातार क्रिप्टोकरेंसी निवेश से जुड़े जोखिमों को लेकर चेतावनी देता रहा है और इसे वित्तीय स्थिरता के लिए एक बड़ा जोखिम बताया है।


बाजार और निवेश:


छोटे शहरों में बढ़ता चलन:  भारत के छोटे शहरों जैसे जयपुर, कोयंबटूर, डिब्रूगढ़ में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से फैल रहा है, जहां हर साल 40% से अधिक की वृद्धि दर्ज की जा रही है। लोग 10,000 रुपये जैसे छोटे निवेश से शुरुआत कर रहे हैं। नागपुर जैसे शहरों में क्रिप्टो ट्रेनिंग संस्थानों में भी रिकॉर्ड नामांकन हो रहे हैं।


महिला निवेशकों की संख्या में वृद्धि:  उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसी जगहों से महिला निवेशकों की संख्या में दस गुना वृद्धि हुई है, जो क्रिप्टो को आर्थिक आजादी का जरिया मान रही हैं।


बाजार की अस्थिरता:  क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य बहुत तेजी से बदलता है, जिससे निवेशकों को नुकसान का खतरा होता है। इसे हैक किया जा सकता है और कानूनी अस्पष्टता भी एक चुनौती बनी हुई है।


हालिया बाजार अपडेट (पिछले कुछ दिनों/सप्ताह के रुझानों के आधार पर) :


बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी: पिछले कुछ समय में बिटकॉइन और एथेरियम जैसे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। कुछ रिपोर्टों में बाजार में सुधार और कुछ ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा बताया गया है, जबकि अन्य में गिरावट का उल्लेख है।


मुबारक मीम कॉइन का रिटर्न: एक नए मीम कॉइन, मुबारक क्रिप्टो ने तीन महीने से कुछ ज्यादा समय में निवेशकों को 10000% से ज्यादा रिटर्न दिया है, जिससे 1 लाख रुपये का निवेश 1 करोड़ रुपये से ज्यादा में बदल गया है।


कानूनी मान्यता: भारत में बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी खरीदना कानूनी है, बशर्ते इसे सरकार द्वारा रजिस्टर्ड एक्सचेंजेस से खरीदा जाए। हालांकि, इसे करेंसी के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, यह सिर्फ एक इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट है।



अन्य महत्वपूर्ण बातें:

साइबर फ्रॉड और फर्जी ऐप्स का खतरा छोटे शहरों में बढ़ रहा है, क्योंकि नियमन की कमी इस समस्या को और गंभीर बनाती है।


एक्सपर्ट्स द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर स्पष्ट नियम और सरल टैक्स व्यवस्था लागू करने की मांग की जा रही है।


आज की तारीख को देखते हुए, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार बहुत अस्थिर है और कीमतें तेजी से बदल सकती हैं। किसी भी निवेश से पहले गहन शोध और वित्तीय सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

गुरुवार, 3 जुलाई 2025

रेडॉटपे (RedotPay) का औपचारिक विश्लेषण: एक विस्तृत प्रतिवेदन

 रेडॉटपे (RedotPay) का औपचारिक विश्लेषण: एक विस्तृत प्रतिवेदन

वर्तमान वित्तीय परिदृश्य में, डिजिटल भुगतान प्रणालियों का प्रचलन अनवरत रूप से वर्धमान है, तथा क्रिप्टोकरेंसी को पारंपरिक वित्तीय तंत्र में समाहित करने के प्रयास भी निरंतर सक्रिय हैं। इस संदर्भ में, रेडॉटपे (RedotPay) एक नूतन मंच के रूप में उद्भूत हुआ है, जिसके माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी संपत्तियों का दैनिक व्यय हेतु उपयोग सुकर बनाया जाता है। तथापि, इस प्रणाली की वास्तविक उपयोगिता एवं प्रभावशीलता का सांगोपांग विश्लेषण नितांत अपरिहार्य है। प्रस्तुत प्रतिवेदन में, रेडॉटपे की कार्यप्रणाली तथा इसकी विशिष्ट विशेषताओं का विस्तृत मूल्यांकन प्रस्तुत किया जाएगा।



रेडॉटपे का प्रास्ताविक विवरण

रेडॉटपे एक क्रिप्टोकरेंसी-आधारित भुगतान समाधान है, जिसके अंतर्गत वर्चुअल एवं फिजिकल वीज़ा/मास्टरकार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है। इस प्रणाली का प्राथमिक उद्देश्य क्रिप्टो होल्डिंग्स को फिएट मुद्रा में रूपांतरित कर, उन्हें प्रत्यक्ष रूप से क्रय-विक्रय अथवा स्वचालित टेलर मशीनों (एटीएम) से निकासी हेतु प्रयोग करने की क्षमता प्रदान करना है। यह उन इकाइयों हेतु विशेष रूप से अभिकल्पित किया गया है जिनके द्वारा अपनी डिजिटल संपत्तियों को वास्तविक-विश्व के वित्तीय लेन-देन में सहजतापूर्वक एकीकृत करने की आकांक्षा व्यक्त की जाती है।


प्रमुख विशिष्टताएँ

रेडॉटपे द्वारा अनेक विशिष्ट विशेषताएँ प्रस्तुत की जाती हैं, जो इसे क्रिप्टोकरेंसी धारकों हेतु एक आकर्षक विकल्प के रूप में स्थापित करती हैं:


वर्चुअल एवं फिजिकल कार्ड प्रावधान: तत्काल एक वर्चुअल कार्ड की प्राप्ति संभव है, जिसका उपयोग ऑनलाइन क्रय-विक्रय संव्यवहारों हेतु किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, एक फिजिकल कार्ड का भी आदेश दिया जा सकता है, जिसका प्रयोग भौतिक प्रतिष्ठानों तथा एटीएम में व्यवहार्य है।


क्रिप्टोकरेंसी समर्थन: इस प्लेटफॉर्म द्वारा विभिन्न प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी, यथा USDT, USDC, BTC, ETH इत्यादि को समर्थित किया जाता है। इन डिजिटल संपत्तियों का रेडॉटपे वॉलेट में जमाव संभव है।


सुगम टॉप-अप प्रक्रिया: क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से कार्ड का टॉप-अप करना अत्यंत सरल प्रक्रिया के अंतर्गत आता है। चयनित क्रिप्टोकरेंसी को फिएट मुद्रा में परिवर्तित कर कार्ड में भारित किया जा सकता है।


वैश्विक स्वीकार्यता: वीज़ा/मास्टरकार्ड नेटवर्क से संबद्धता के कारण, रेडॉटपे कार्ड की स्वीकार्यता विश्वभर में उन सभी स्थानों पर सुनिश्चित होती है जहाँ इन कार्डों का प्रचलन विद्यमान है।


उपयोगकर्ता-अनुकूल अनुप्रयोग: रेडॉटपे का मोबाइल एप्लिकेशन सामान्यतः उपयोग में सहज तथा अंतर्ज्ञानी माना जाता है, जो लेन-देन प्रबंधन एवं कार्ड संचालन को सुगम बनाता है।


तत्काल विनिमय दरें: क्रिप्टोकरेंसी को फिएट मुद्रा में परिवर्तित करने हेतु वास्तविक समय की विनिमय दरें इस प्रणाली द्वारा प्रदान की जाती हैं।


लाभ (Advantages)

क्रिप्टो व्यय में सरलता: यह क्रिप्टोकरेंसी को वास्तविक-विश्व में व्यय करने का एक सुविधाजनक माध्यम प्रस्तुत करता है, जिससे क्रिप्टो-फिएट रूपांतरण की प्रक्रियागत जटिलता न्यूनतम हो जाती है।


व्यापक वैश्विक पहुँच: वीज़ा/मास्टरकार्ड नेटवर्क के कारण, इसकी स्वीकार्यता का विस्तार व्यापक है।


तीव्र लेन-देन निष्पादन: कार्ड टॉप-अप तथा भुगतान प्रक्रियाओं का निष्पादन सामान्यतः त्वरित होता है।


उच्च सुरक्षा मानक: डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाता है।


सहज उपयोगकर्ता अनुभव: एप्लिकेशन का इंटरफ़ेस नवोदित उपयोगकर्ताओं हेतु भी पर्याप्त सरल है।


सीमाएँ (Limitations)

शुल्क संरचना: रेडॉटपे द्वारा विभिन्न प्रकार के शुल्क आरोपित किए जाते हैं, जिनमें कार्ड निर्गमन शुल्क, मासिक रखरखाव शुल्क (कुछ विशिष्ट योजनाओं हेतु), टॉप-अप शुल्क, तथा एटीएम निकासी शुल्क सम्मिलित हैं। इन शुल्कों में समय के साथ संचयी वृद्धि परिलक्षित हो सकती है।


केवाईसी (KYC) अनिवार्यताएँ: कार्ड की प्राप्ति एवं उच्च लेन-देन सीमाओं के उपभोग हेतु पहचान सत्यापन (केवाईसी) प्रक्रिया का पूर्ण होना अनिवार्य है।


क्षेत्रीय उपलब्धता: कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में इसकी उपलब्धता सीमित हो सकती है, अथवा कुछ विशिष्ट सुविधाएँ सभी क्षेत्रों में उपलब्ध न हों।


क्रिप्टो अस्थिरता का जोखिम: चूंकि यह प्रणाली क्रिप्टोकरेंसी पर आधारित है, अतः कार्ड का मूल्य क्रिप्टो बाजार की अंतर्निहित अस्थिरता से प्रभावित हो सकता है।


ग्राहक सहायता संबंधी अनुभव: कतिपय इकाइयों द्वारा ग्राहक सहायता सेवाओं के संबंध में चुनौतियों की सूचना दी गई है, यद्यपि यह अनुभव व्यक्तिपरक प्रकृति का हो सकता है।


लक्षित उपयोगकर्ता वर्ग (Intended User Demographics)

रेडॉटपे उन इकाइयों हेतु सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है जिनके द्वारा:


अपनी क्रिप्टोकरेंसी का नियमित रूप से व्यय करने की इच्छा व्यक्त की जाती है।


क्रिप्टो से फिएट में रूपांतरण की प्रक्रियागत जटिलताओं से बचने की अपेक्षा की जाती है।


एक ऐसे कार्ड की आवश्यकता होती है जिसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयोग संभव हो।


क्रिप्टो लेन-देन में सुगमता एवं सुविधा को प्राथमिकता प्रदान की जाती है।


यदि किसी इकाई का प्राथमिक उद्देश्य केवल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना है और उसे व्यय करने की कोई तात्कालिक योजना नहीं है, तो रेडॉटपे की आवश्यकता न्यून हो सकती है।


निष्कर्ष

रेडॉटपे द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को वास्तविक-विश्व के वित्तीय लेन-देन में एकीकृत करने हेतु एक अभिनव एवं सुविधाजनक समाधान प्रस्तुत किया जाता है। इसकी वर्चुअल और फिजिकल कार्ड की उपलब्धता, तथा प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के लिए समर्थन इसे अनेक डिजिटल संपत्ति धारकों हेतु एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में स्थापित करता है। तथापि, संभावित उपयोगकर्ताओं द्वारा इसकी शुल्क संरचना और केवाईसी आवश्यकताओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया जाना चाहिए।


संक्षेप में, यदि क्रिप्टो होल्डिंग्स को सहजता से व्यय करने हेतु एक विश्वसनीय माध्यम की तलाश है, तो रेडॉटपे एक उपयुक्त विकल्प सिद्ध हो सकता है, बशर्ते इसकी संबंधित फीस और शर्तों का भली-भांति अवबोधन कर लिया जाए। वित्तीय निर्णयों के समय व्यक्तिगत आवश्यकताओं तथा जोखिम सहनशीलता का सदैव ध्यान रखना परम आवश्यक है।

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क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरेंसी की कार्यप्रणाली मुख्यतः ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है।


ब्लॉकचेन: यह एक सार्वजनिक डिजिटल खाता-बही (लेजर) है जहाँ सभी क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन रिकॉर्ड किए जाते हैं। प्रत्येक लेन-देन को "ब्लॉक" में समूहीकृत किया जाता है और एक चेन की तरह एक साथ जोड़ा जाता है, जिससे डेटा को बदलना या छेड़छाड़ करना बहुत मुश्किल हो जाता है। यह लेन-देन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करता है।


खनन (Mining): नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने और लेन-देन को मान्य करने की प्रक्रिया को खनन कहते हैं। इसमें जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने के लिए शक्तिशाली कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। जो खनिक (माइनर्स) इन समीकरणों को हल करते हैं, उन्हें नई क्रिप्टोकरेंसी मिलती है।

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डिजिटल वॉलेट: क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल वॉलेट में स्टोर किया जाता है। इन वॉलेट में पब्लिक और प्राइवेट कीज (कुंजी) होती हैं, जिनका उपयोग लेन-देन को सुरक्षित करने और क्रिप्टोकरेंसी तक पहुँचने के लिए किया जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

विकेंद्रीकरण: किसी भी सरकार या वित्तीय संस्थान का नियंत्रण न होने के कारण यह सेंसरशिप और सरकारी हस्तक्षेप से मुक्त है।


सुरक्षा:  क्रिप्टोग्राफी और ब्लॉकचेन तकनीक के उपयोग से लेन-देन बहुत सुरक्षित होते हैं और धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।


तेज लेन-देन:  क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन पारंपरिक बैंकिंग विधियों की तुलना में बहुत तेजी से होते हैं, खासकर अंतरराष्ट्रीय लेन-देन।


कम शुल्क: पारंपरिक बैंकों या वित्तीय बिचौलियों की आवश्यकता न होने के कारण लेन-देन शुल्क अक्सर कम होते हैं।


पारदर्शिता: सभी लेन-देन ब्लॉकचेन पर सार्वजनिक रूप से दर्ज होते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ती है (हालांकि उपयोगकर्ताओं की पहचान गुमनाम रहती है)।


उच्च रिटर्न की संभावना: कुछ क्रिप्टोकरेंसी ने अतीत में असाधारण रूप से उच्च रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों को आकर्षित किया है।


क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान और जोखिम

अस्थिरता (Volatility): क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बहुत तेजी से ऊपर या नीचे जा सकती हैं। यह एक बड़ा जोखिम है और निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।


नियामक अनिश्चितता: कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कानून अभी भी स्पष्ट नहीं हैं, जिससे कानूनी समस्याओं या अचानक प्रतिबंधों का खतरा रहता है।


हैकिंग का जोखिम: डिजिटल वॉलेट या एक्सचेंजों को हैक किया जा सकता है, जिससे निवेशकों को अपनी क्रिप्टोकरेंसी खोने का खतरा होता है।


ऊर्जा खपत: क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग एक ऊर्जा-गहन प्रक्रिया है, जिससे पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है।


धोखाधड़ी और घोटाले: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कई धोखाधड़ी वाली योजनाएं और घोटाले मौजूद हैं, जिससे नए निवेशकों को नुकसान हो सकता है।


समझ की कमी: बहुत से लोग क्रिप्टोकरेंसी की तकनीक और उसके पीछे के सिद्धांतों को पूरी तरह से नहीं समझते हैं, जिससे गलत निवेश निर्णय लिए जा सकते हैं।


भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य अभी अनिश्चित बना हुआ है। सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं।


कर (Tax): 2022 के केंद्रीय बजट में, भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) या क्रिप्टोकरेंसी के हस्तांतरण से होने वाले मुनाफे पर 30% फ्लैट टैक्स लगेगा। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक लेन-देन पर 1% टीडीएस (TDS) भी वसूला जाता है। टैक्स लगाने का मतलब यह नहीं है कि इसे कानूनी मान्यता मिल गई है।


नियामक दृष्टिकोण: RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को देश की व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा बताया है और इसके प्रतिबंध की सिफारिश की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने पहले RBI के क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। सरकार अभी भी एक व्यापक नीति बनाने पर विचार कर रही है।


डिजिटल रुपया (CBDC): RBI भारतीय रुपये का डिजिटल संस्करण (डिजिटल रुपया या ई-रुपया) लॉन्च करने पर काम कर रहा है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगा लेकिन केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित होगा। यह क्रिप्टोकरेंसी से अलग होगा।


अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: भारत सरकार का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी प्रभावी विनियमन या प्रतिबंध के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता होगी, क्योंकि यह एक वैश्विक मुद्दा है।


कुल मिलाकर, भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक विकसित हो रहा क्षेत्र है जिसमें उच्च रिटर्न के साथ-साथ उच्च जोखिम भी शामिल हैं। निवेशकों को इसमें बहुत सावधानी से और विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही निवेश करना चाहिए।



बुधवार, 2 जुलाई 2025

टोकेनॉमिक्स: क्रिप्टोकरेंसी की रीढ़ की हड्डी

आपने क्रिप्टोकरेंसी या ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स के बारे में तो सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी टोकन की कीमत और उसकी मांग कैसे तय होती है? यहीं पर टोकेनॉमिक्स की भूमिका आती है। यह शब्द 'टोकन' (Token) और 'इकोनॉमिक्स' (Economics) से मिलकर बना है, और सीधे शब्दों में कहें तो यह किसी भी क्रिप्टो टोकन की आर्थिक संरचना को दर्शाता है। यह जितना सरल लगता है, उतना ही गहरा और महत्वपूर्ण भी है।


टोकेनॉमिक्स क्या है ?


टोकेनॉमिक्स वह ढाँचा है जो किसी क्रिप्टो प्रोजेक्ट के टोकन के पूरे जीवन चक्र को नियंत्रित करता है। इसमें टोकन को बनाने (मिंटिंग) से लेकर उसे वितरित (डिस्ट्रीब्यूशन) करने, उसकी उपयोगिता (यूटिलिटी) तय करने और अंततः उसकी बाज़ार कीमत को प्रभावित करने वाले सभी आर्थिक नियम शामिल होते हैं।


कल्पना कीजिए कि कोई कंपनी एक नया प्रोडक्ट बना रही है। उस प्रोडक्ट की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि लोग उसे कितना पसंद करते हैं, उसकी कितनी मांग है, और वह बाज़ार में कितनी आसानी से उपलब्ध है। ठीक इसी तरह, एक क्रिप्टो टोकन की सफलता उसकी टोकेनॉमिक्स पर निर्भर करती है।

Tokenomics: The Backbone of Cryptocurrencies


एक मजबूत टोकेनॉमिक्स मॉडल क्यों ज़रूरी है?


किसी भी ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट की नींव उसका टोकेनॉमिक्स ही होता है। एक मजबूत टोकेनॉमिक्स मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि:


टोकन की मांग बनी रहे: यह ऐसे तंत्र विकसित करता है जिससे लोग टोकन को खरीदने और होल्ड करने के लिए प्रेरित हों। उदाहरण के लिए, कुछ प्रोजेक्ट्स टोकन को स्टेक करने (stake) पर रिवॉर्ड देते हैं, या उसे गवर्नेंस में भाग लेने के लिए आवश्यक बनाते हैं।


टोकन की उपयोगिता बनी रहे: टोकन का केवल सट्टा के लिए नहीं, बल्कि प्रोजेक्ट के इकोसिस्टम के भीतर वास्तविक उपयोग होना चाहिए। जैसे, उसे सेवाओं के भुगतान के लिए इस्तेमाल किया जा सके, या किसी प्लेटफॉर्म पर एक्सेस पाने के लिए।

होल्डर्स का विश्वास बना रहे: निवेशक और उपयोगकर्ता तभी टोकन को लंबे समय तक अपने पास रखेंगे जब उन्हें प्रोजेक्ट पर भरोसा होगा। टोकेनॉमिक्स में टोकन बर्निंग (निश्चित मात्रा में टोकन को प्रचलन से हटाना), वेस्टिंग शेड्यूल (टोकन को धीरे-धीरे जारी करना), और पारदर्शिता जैसे उपाय शामिल होते हैं जो विश्वास बनाने में मदद करते हैं।


यूज़र्स को रिवॉर्ड मिले: टोकेनॉमिक्स यह भी तय करता है कि प्रोजेक्ट में सक्रिय भागीदारी या योगदान के लिए यूज़र्स को किस तरह और कितने रिवॉर्ड मिलेंगे। यह यूज़र्स को सिस्टम में बने रहने के लिए प्रोत्साहित करता है।


यूज़र्स की भूमिका स्पष्ट हो: कई टोकेनॉमिक्स मॉडल में टोकन होल्डर्स को प्रोजेक्ट के भविष्य के निर्णयों में वोट देने का अधिकार मिलता है, जिससे उन्हें प्रोजेक्ट में एक सक्रिय भूमिका निभाने का मौका मिलता है।


टोकेनॉमिक्स के मुख्य घटक:


टोकन सप्लाई (Token Supply): कुल कितने टोकन बनाए जाएंगे (मैक्सिमम सप्लाई), कितने प्रचलन में हैं (सर्कुलेटिंग सप्लाई), और नए टोकन कैसे जारी होंगे (मिंटिंग)।


डिस्ट्रीब्यूशन (Distribution): टोकन को टीम, डेवलपर्स, निवेशकों, यूज़र्स और कम्युनिटी के बीच कैसे बांटा जाएगा।


यूटिलिटी (Utility): टोकन का क्या उपयोग होगा? क्या यह फीस का भुगतान करेगा, गवर्नेंस में मदद करेगा, या किसी सेवा तक पहुंच प्रदान करेगा?


इंसेंटिव (Incentives): यूज़र्स को टोकन होल्ड करने या प्रोजेक्ट में भाग लेने के लिए कैसे प्रेरित किया जाएगा (जैसे स्टेक रिवॉर्ड्स, एयरड्रॉप्स)।


वेस्टिंग और लॉकिंग (Vesting & Locking): कुछ टोकन को एक निश्चित अवधि के लिए लॉक कर दिया जाता है ताकि बाजार में अचानक बहुत सारे टोकन न आ जाएं और कीमत में अस्थिरता न हो।


बर्निंग मैकेनिज्म (Burning Mechanism): कुछ टोकन को हमेशा के लिए प्रचलन से हटा दिया जाता है ताकि उनकी कमी बनी रहे और मूल्य बढ़ सके।


निष्कर्ष -  संक्षेप में, टोकेनॉमिक्स किसी भी क्रिप्टोकरेंसी या ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट के लिए एक ब्लूप्रिंट की तरह है। यह न केवल टोकन की आर्थिक व्यवहार्यता को परिभाषित करता है, बल्कि प्रोजेक्ट की दीर्घकालिक स्थिरता और सफलता के लिए भी महत्वपूर्ण है। किसी भी क्रिप्टो प्रोजेक्ट में निवेश करने से पहले, उसकी टोकेनॉमिक्स को समझना बेहद ज़रूरी है ताकि आप एक सूचित निर्णय ले सकें।

सर्किल ने कई ब्लॉकचेन में यूएसडीसी स्टेबलकॉइन एक्सेस को एकीकृत करने के लिए गेटवे का अनावरण किया

यूएसडीसी स्टेबलकॉइन जारी करने वाली कंपनी सर्किल (Circle) ने हाल ही में गेटवे (Gateway) नामक एक नए समाधान का अनावरण किया है। इसका उद्देश्य कई ब्लॉकचेन पर यूएसडीसी स्टेबलकॉइन तक पहुँच को सरल और एकीकृत करना है।


वर्तमान में, विभिन्न ब्लॉकचेन पर यूएसडीसी का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं को अक्सर क्रॉस-चेन ब्रिजिंग प्रोटोकॉल पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे फंड ट्रांसफर करना जटिल और भ्रमित करने वाला हो सकता है। यह सेवा प्रदाताओं के लिए पूंजी अक्षमता भी पैदा करता है, क्योंकि उन्हें बहु-श्रृंखला तरलता (multi-chain liquidity) की मांग को पूरा करने के लिए अक्सर अधिक धन की आवश्यकता होती है।


गेटवे इन चुनौतियों का समाधान करता है। यह एक एकीकृत यूएसडीसी बैलेंस (unified USDC balance) को सक्षम करेगा, जिससे उपयोगकर्ता विभिन्न समर्थित ब्लॉकचेन नेटवर्क पर वास्तविक समय में अपने यूएसडीसी तक पहुंच बना सकेंगे। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ताओं को मैन्युअल रूप से ब्रिजिंग करने या तीसरे पक्ष की तरलता पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होगी।


सर्किल ने कई ब्लॉकचेन में यूएसडीसी स्टेबलकॉइन एक्सेस को एकीकृत करने के लिए गेटवे का अनावरण किया


गेटवे की मुख्य बातें:


तत्काल क्रॉस-चेन तरलता (Instant Cross-Chain Liquidity):  उपयोगकर्ता यूएसडीसी को एक नॉन-कस्टोडियल स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट में जमा कर सकते हैं, जिससे एक एकल बैलेंस बन जाएगा जो गेटवे द्वारा समर्थित सभी चेन पर तुरंत एक्सेस किया जा सकता है।

सरलीकृत उपयोगकर्ता अनुभव (Simplified User Experience):  अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए, इसका मतलब बिना नेटवर्क बदले या मैन्युअल रूप से संपत्ति स्थानांतरित किए बिना घर्षण रहित क्रॉस-चेन अनुभव मिलेगा।

व्यवसायों के लिए दक्षता (Efficiency for Businesses):  व्यवसायों के लिए, यह किसी भी समर्थित चेन पर "जस्ट-इन-टाइम" तरलता (just-in-time liquidity) को सक्षम करेगा, जिससे परिचालन सुव्यवस्थित होगा और पूंजी दक्षता में सुधार होगा।

गैर-कस्टोडियल मॉडल (Non-Custodial Model):  उपयोगकर्ता अपनी संपत्तियों पर पूर्ण स्वामित्व और नियंत्रण बनाए रखते हैं।


सर्किल का कहना है कि गेटवे इस महीने (जुलाई 2025) में अवाग्लंच (Avalanche), बेस (Base) और इथेरियम (Ethereum) टेस्टनेट पर लॉन्च होने की उम्मीद है, और भविष्य में इसमें और अधिक ब्लॉकचेन जोड़े जाएंगे।


यह कदम क्रिप्टो स्पेस में अंतरसंचालनीयता (interoperability) को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यूएसडीसी को विभिन्न ब्लॉकचेन इकोसिस्टम में और अधिक सुलभ बनाने के सर्कल के लक्ष्य के अनुरूप है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कुछ प्रमुख अपडेट्स और खबरें इस प्रकार हैं

आज 2 जुलाई 2025 को क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कुछ प्रमुख अपडेट्स और खबरें इस प्रकार हैं:


बाजार का हाल:


क्रिप्टो बाजार में आज कुछ सुधार देखा गया है, हालांकि बिटकॉइन की कीमत $106,000 के आसपास बनी हुई है और हाल ही में इसमें थोड़ी गिरावट भी दर्ज की गई है।


अन्य लोकप्रिय ऑल्टकॉइन्स जैसे इथेरियम, सोलाना, और XRP में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।


कुछ रिपोर्टों के अनुसार, दूसरी तिमाही में क्रिप्टो हैक्स और नुकसान में कमी आई है, हालांकि फ़िशिंग हमलों की संख्या अधिक है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कुछ प्रमुख अपडेट्स और खबरें इस प्रकार हैं


प्रमुख घटनाक्रम:


Grayscale के मल्टी-क्रिप्टो ETF को SEC की मंजूरी: अमेरिकी SEC (Securities and Exchange Commission) ने Grayscale के Digital Large Cap Fund (GDLC) को एक स्पॉट ETF में बदलने की मंजूरी दे दी है। यह निवेशकों को बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना, XRP और कार्डानो जैसे प्रमुख डिजिटल एसेट्स तक पहुंचने में मदद करेगा।


Binance ने सिंगापुर में कर्मचारियों को बनाए रखा: सिंगापुर में अनियमित क्रिप्टो फर्मों पर बढ़ती सख्ती के बावजूद, Binance ने सिंगापुर में अपने 400 से अधिक कर्मचारियों को बनाए रखने का फैसला किया है।


अमेरिका ने Aeza Group से जुड़े क्रिप्टो वॉलेट्स पर प्रतिबंध लगाया: अमेरिकी ट्रेजरी के OFAC (Office of Foreign Assets Control) ने रूसी Aeza Group से जुड़े एक क्रिप्टो वॉलेट पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिस पर रैंसमवेयर संचालन को सुविधाजनक बनाने का आरोप है। यह साइबर अपराध और अवैध गतिविधियों में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग से निपटने के वैश्विक प्रयासों पर प्रकाश डालता है।


पाकिस्तान DeFi में राष्ट्रीय बिटकॉइन भंडार का उपयोग करेगा: पाकिस्तान अपने राष्ट्रीय बिटकॉइन भंडार को DeFi (विकेंद्रीकृत वित्त) प्रोटोकॉल में निवेश करने की योजना बना रहा है, जिसका लक्ष्य डिजिटल संपत्ति अपनाने में अग्रणी बनना है।


फेडरल रिजर्व ने स्टेबलकॉइन फ्रेमवर्क पर जोर दिया: फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने स्टेबलकॉइन के लिए एक नियामक ढांचे की आवश्यकता पर बल दिया है, जो नियामक उपायों में चल रहे विकास को दर्शाता है।


Aptos के CEO CFTC की क्रिप्टो रेगुलेशन पैनल में शामिल हुए: Aptos के सह-संस्थापक और CEO, एवरी चिंग, CFTC (Commodity Futures Trading Commission) की डिजिटल एसेट मार्केट्स सबकमिटि में शामिल हो गए हैं, जो नियामक चर्चाओं में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकीविदों को शामिल करने की दिशा में एक बदलाव का संकेत है।


न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल ने क्रिप्टो बिलों में सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया: न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटीशिया जेम्स ने कांग्रेस से आग्रह किया है कि संघीय स्टेबलकॉइन बिलों में इस बात का प्रावधान हो कि जारीकर्ताओं को बैंकों की तरह विनियमित किया जाए और उनमें FDIC बीमा आवश्यकताएं हों ताकि वित्तीय जोखिमों को रोका जा सके।


डोनाल्ड ट्रम्प और क्रिप्टोकरेंसी: डोनाल्ड ट्रम्प के क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बयान और उनके मीडिया समूह के बिटकॉइन और इथेरियम ETF लॉन्च करने की खबरों ने भी बाजार में हलचल पैदा की है।


टैक्स और धोखाधड़ी:


आयकर विभाग क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर नज़र रख रहा है और निवेशकों को ई-मेल भेज रहा है। आयकर अधिनियम की धारा 115BBH के अनुसार क्रिप्टो लेनदेन से होने वाली आय पर 30% की दर से टैक्स लगता है।


क्रिप्टो करेंसी में निवेश के झांसे में आकर धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें लाखों रुपये गंवाए जा रहे हैं। चीनी गैंगों द्वारा क्रिप्टो फ्रॉड के मामले भी उजागर हुए हैं।


यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार अत्यधिक अस्थिर है और इसमें निवेश जोखिम भरा हो सकता है। किसी भी निवेश से पहले गहन शोध और वित्तीय सलाह लेना महत्वपूर्ण है।



क्रिप्टोकरेंसी के समाचार और अपडेट

आज की तारीख़ (2 जुलाई 2025)  में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में हल्की गिरावट और हलचल देखने को मिल रही है। ग्लोबल अनिश्चितता, बड़ी कंपनियों की बिकवाली और निवेशकों की सतर्कता के चलते मार्केट में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इस अपडेट में हम आपको बिटकॉइन, एथेरियम, सोलाना, XRP, BNB समेत कई बड़े कॉइनों की ताज़ा स्थिति, मार्केट ट्रेंड्स, नए ऑल-टाइम हाई की उम्मीद, और भारत में क्रिप्टो से जुड़े ताज़ा घटनाक्रम बताएंगे। 

 क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का ताज़ा हाल 


 1. Bitcoin (BTC): आज बिटकॉइन ₹91,14,984 (-0.41%) पर ट्रेड कर रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में यह $106,064 (लगभग 0.97% गिरावट) पर है। पिछले कुछ दिनों में इसमें हल्की गिरावट आई है, लेकिन लंबे समय में इसका ट्रेंड पॉजिटिव माना जा रहा है। पुराने निवेशक मुनाफा ले रहे हैं, जबकि संस्थागत निवेशक खरीदारी कर रहे हैं। 

 2. Ethereum (ETH): एथेरियम ₹2,08,850 (-0.97%) पर है। इसका ट्रेंड भी बिटकॉइन जैसा ही है, जिसमें हल्की गिरावट के बाद स्थिरता देखने को मिल रही है। 

 3. Solana (SOL): सोलाना ₹12,757 (-2.34%) पर ट्रेड हो रहा है। इसमें सबसे ज्यादा वोलैटिलिटी देखी जा रही है, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसमें ग्रोथ की उम्मीद है। 

 4. XRP:  XRP ₹187 (-1.50%) पर है। यह कॉइन भी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है, लेकिन मार्केट में इसकी डिमांड बनी हुई है। 

 5. BNB:  BNB ₹55,735 (-0.29%) पर है। इसमें हल्की गिरावट है, लेकिन यह अभी भी टॉप क्रिप्टो कॉइन्स में शामिल है। 

 6. Dogecoin, Cardano, Tron, Shiba Inu, Litecoin:  इन सभी कॉइनों में भी हल्की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा बना हुआ है। 


 
Cryptocurrency News and Updates

जुलाई 2025 के लिए मार्केट आउटलुक


SYRUP, HYPE, FARTCOIN, SPX जैसे कुछ नए और मीम कॉइन्स जुलाई में ऑल-टाइम हाई छू सकते हैं। - फेडरल रिजर्व के रेट कट की उम्मीद से मार्केट में पॉजिटिव सेंटिमेंट बना हुआ है। - बिटकॉइन और एथेरियम में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल्स पर ट्रेडिंग हो रही है, जिससे शॉर्ट टर्म में उतार-चढ़ाव रह सकता है। - बिटकॉइन हॉल्विंग का असर अभी भी मार्केट पर दिख रहा है, जिससे मिड-टू-लॉन्ग टर्म में तेजी की उम्मीद है। 


भारत में क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेंड


छोटे शहरों में भी क्रिप्टो ट्रेडिंग का क्रेज बढ़ रहा है। - RBI का डिजिटल रुपया (CBDC) पायलट प्रोजेक्ट 50 लाख यूजर्स तक पहुंच चुका है। - Binance जैसी ग्लोबल एक्सचेंजेज़ की वापसी और नए रेगुलेशन से मार्केट में विश्वास बढ़ा है। 


क्रिप्टो से जुड़े ताज़ा मामले


हाल ही में लखनऊ में क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के नाम पर 1.92 करोड़ की ठगी हुई है। - ऑनलाइन स्कैम्स और फेक प्रॉफिट ग्रुप्स से सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है। - पुलिस लगातार ऐसे मामलों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन निवेशकों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। 



निवेशकों के लिए सलाह


क्रिप्टो मार्केट में निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च करें और केवल भरोसेमंद प्लेटफॉर्म का ही इस्तेमाल करें। - हाई वोलैटिलिटी और स्कैम्स से बचने के लिए छोटी-छोटी रकम से शुरुआत करें और लॉन्ग टर्म नजरिया रखें। - किसी भी प्रॉफिट गारंटी या शॉर्टकट से दूर रहें, और अपनी निजी जानकारी शेयर न करें। 


निष्कर्ष - क्रिप्टो मार्केट जुलाई 2025 में उतार-चढ़ाव के साथ आगे बढ़ रहा है। बिटकॉइन, एथेरियम, सोलाना जैसे बड़े कॉइन्स में गिरावट है, लेकिन नए कॉइन्स में तेजी की उम्मीद है। भारत में क्रिप्टो का क्रेज लगातार बढ़ रहा है, लेकिन स्कैम्स से बचना बहुत जरूरी है। हमेशा सतर्क रहें और स्मार्ट इन्वेस्टमेंट करें। 🚀

Today Crypto Update





आज (29 जुलाई 2025) की क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी कुछ प्रमुख खबरें और बाजार का अपडेट यहाँ दिया गया है:

आज का बाजार अपडेट:

बिटकॉइन (BTC): आज बिटकॉइन की कीमत लगभग ₹1,02,42,157 के आसपास है, जिसमें पिछले 24 घंटों में लगभग 1.01% की गिरावट देखी गई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹204.0 ट्रिलियन है।

एथेरियम (ETH): एथेरियम की कीमत लगभग ₹3,28,133 है, जिसमें पिछले 24 घंटों में लगभग 2.34% की गिरावट आई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹39.7 ट्रिलियन है।

रिपल (XRP): XRP की कीमत लगभग ₹271.90 है, जिसमें 2.92% की गिरावट आई है।

टीथर (USDT): टीथर की कीमत लगभग ₹86.73 है, जिसमें 0.23% की मामूली बढ़ोतरी हुई है।

डोजकॉइन (DOGE): डोजकॉइन की कीमत लगभग ₹19.68 है, जिसमें पिछले 24 घंटों में लगभग 6.20% की गिरावट हुई है।

(यह डेटा 29 जुलाई 2025, 04:10 IST तक का है और इसमें बाजार की अस्थिरता के कारण बदलाव हो सकता है।)

प्रमुख सुर्खियां:

CoinDCX पर साइबर अटैक: हाल ही में भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX पर एक बड़ा साइबर अटैक हुआ था, जिसमें लगभग $4.42 मिलियन (लगभग ₹378 करोड़) की चोरी हुई थी। CoinDCX ने पुष्टि की है कि ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है और यह नुकसान आंतरिक वॉलेट से संबंधित है। कंपनी ने चोरों का पता लगाने में मदद करने वालों के लिए 25% इनाम की भी घोषणा की है।

भारत में क्रिप्टो विनियमन: भारत में क्रिप्टोकरेंसी अभी भी अनियमित है लेकिन विशेष रूप से प्रतिबंधित नहीं है। सरकार क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स और 1% टीडीएस लगाती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी पर एक पॉलिसी पेपर लाने की तैयारी कर रहा है।

डोनाल्ड ट्रंप और क्रिप्टो: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप क्रिप्टोकरेंसी के बड़े समर्थक रहे हैं। उनकी नीतियों और बयानों से क्रिप्टो बाजार में काफी हलचल देखने को मिली है। हाल ही में उनकी जीत के बाद बिटकॉइन की कीमत में उछाल आया है।

बिटकॉइन रिकॉर्ड ऊंचाई पर: जुलाई 2025 में बिटकॉइन ने कई बार अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ है, कुछ रिपोर्टों के अनुसार यह $116,906.22 तक भी पहुंचा है।

क्रिप्टो सुरक्षा चिंताएं: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में धोखाधड़ी, स्कैम और हैकिंग की घटनाएं जारी हैं। निवेशकों को अपनी क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रखने के लिए जागरूक रहने और 2FA (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) जैसी सुरक्षा सुविधाओं का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो को अपनाना: कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाया जा रहा है। उदाहरण के लिए, स्विट्जरलैंड ने एक सुपरिभाषित नियामक ढांचे के साथ क्रिप्टो को अपनाया है, और अल साल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मुद्रा के रूप में अपनाने वाला पहला देश बन गया है।

कृपया ध्यान दें कि क्रिप्टो बाजार अत्यधिक अस्थिर होता है और निवेश करने से पहले हमेशा गहन शोध और वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।